जयपुर की अग्रणी आईटी कंपनी, क्यूरोलॉजिक सॉफ्टेक एंड रिसर्च प्राइवेट लिमिटेड, ने अपने चार साल के सफर में अद्वितीय सफलता हासिल की है। 2020 में स्थापित इस कंपनी ने सॉफ्टवेयर, ऐप और वेबसाइट विकास के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है।
क्यूरोलॉजिक सॉफ्टेक ने बैंकिंग सॉफ्टवेयर विकास में एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है। अब तक, कंपनी ने 300 से अधिक बैंकिंग सॉफ्टवेयर समाधान तैयार किए हैं, जो निधि कंपनियों, माइक्रोफाइनेंस संस्थानों और एनबीएफसी के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। इस उत्कृष्ट प्रदर्शन ने क्यूरोलॉजिक सॉफ्टेक को जयपुर की सबसे बड़ी बैंकिंग सॉफ्टवेयर विकास कंपनी बना दिया है। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए, उन्हें रितेश्वर जी महाराज द्वारा “जयपुर की सर्वश्रेष्ठ आईटी कंपनी” के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
कंपनी के निदेशक, हरी सोनी, ने इस अवसर पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा, “हम अगले एक साल में राजस्थान की नंबर 1 आईटी कंपनी बनने का लक्ष्य रखते हैं।” क्यूरोलॉजिक सॉफ्टेक वर्तमान में जयपुर की एकमात्र ऐसी कंपनी है जिसमें बैंकिंग सॉफ्टवेयर पर 100 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। यह सफलता उनके कड़ी मेहनत, समर्पण और तकनीकी विशेषज्ञता का परिणाम है।
क्यूरोलॉजिक सॉफ्टेक की यह सफलता न केवल उनकी पहचान को मजबूत करती है, बल्कि जयपुर के आईटी उद्योग में एक नई प्रेरणा का संचार भी करती है। कंपनी का लक्ष्य अब और भी ऊंचाइयों को छूना और अपनी सेवाओं का विस्तार करना है।
इस उल्लेखनीय सफर के साथ, क्यूरोलॉजिक सॉफ्टेक ने यह साबित कर दिया है कि मेहनत और दृढ़ संकल्प के साथ किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। जयपुर की इस आईटी कंपनी ने अपने अद्वितीय योगदान से न केवल अपनी पहचान बनाई है, बल्कि पूरे उद्योग में एक नया मानक स्थापित किया है।