भाद्रपद मास,अष्ठमी तिथि,रात के 12 बजे और रोहिणी नक्षण। उस समय कंस के सभी प्रहरी गहरी निद्रा में सो गए।
भाद्रपद मास,अष्ठमी तिथि,रात के 12 बजे और रोहिणी नक्षण। उस समय कंस के सभी प्रहरी गहरी निद्रा में सो गए।
नंद बाबा के घर पहुंचा कर वसुदेव ने की कृष्ण की रक्षा