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राजस्थान के एक करोड़ students ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड 25 मिनट तक गाए देशभक्ति गीत | Latest News 2022

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राजस्थान के एक करोड़ students ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड 25 मिनट तक गाए देशभक्ति गीत | Latest News 2022

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75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देशभर में आजादी का अमृत महोत्सव बनया जा रहा है। इसी कड़ी में राजस्थान में स्कूली बच्चों ने देशभक्ति के गीत गाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना लिया हैं।

सुबह सवा दस बजे से 10 बजकर 40 मिनट तक प्रदेशभर में एक करोड़ स्टूडेंट्स ने एक साथ राष्ट्रभक्ति के गीत गाए हैं।  जो की एक रिकॉर्ड के रूप में सामने आये हैं। सवाई मान सिंह स्टेडियम में 26 हजार स्कूली बच्चों समेत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी मौजूद रहे। students

मुख्यमंत्री समेत मौजूद रहे तमाम नेता

जयपुर के स्टेडियम में जो प्रोग्राम आयोजित हुआ हैं। 6 हजार स्कूली बच्चों के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, शिक्षा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला, शिक्षा राज्यमंत्री जायदा खान, खेल परिषद के अध्यक्ष कृष्णा पूनिया, मुख्य सचिव उषा शर्मा,  मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव कुलदीप राका, शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पवन गोयल और निदेशक गौरव अग्रवाल मौजूद रहे।

एक करोड़ छात्रों ने गाए छह राष्ट्रगीत

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शिक्षा विभाग के सचिव पवन कुमार गोयल ने बताया कि प्रदेश के 67 हजार सरकारी और 50 हजार निजी स्कूलों के लगभग एक करोड़ छात्रों ने एक साथ मिलकर  25 मिनट में छह राष्ट्रभक्ति गीत गाए हैं। जिनमें पहला राष्ट्रगीत वंदेमातरम रहा था कुल छह गीत गाए गए थे। students

 हर घर तिरंगा अभियान

हर घर तिरंगा अभियान (Har Ghar Tiranga Campaign) 22 जुलाई, 2022 को भारत के आदरणीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस पहल की शुरू की गई। उन्होंने लोगों से अपने घरों पर भारत का राष्ट्रीय ध्वज फहराकर 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाने का आह्वान किया।

इस अवसर पर प्रधान मंत्री ने एक कविता का पाठ किया, जिसकी रचना हमारे माननीय प्रधान मंत्री ने स्वयं की थी और यह आज़ादी का अमृत महोत्सव उत्सव की थीम कविता (Theme Poem) बन गई है। कविता की पंक्तियाँ इस प्रकार हैं।

हर घर तिरंगा का उद्देश्य क्या है ?

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अगर आप सोच रहे होंगे कि हर घर तिरंगा अभियान क्या है तो आपको बता दें संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव के माध्यम से हर घर तिरंगा अभियान शुरू किया गया है।

जिसके माध्यम से राष्ट्रीय ध्वज के साथ हमारा संबंध हमेशा व्यक्तिगत से अधिक औपचारिक और संस्थागत रहा है। स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष में राष्ट्रीय ध्वज को सामूहिक रूप से घर पर लगाना न केवल तिरंगे के साथ हमारा निजी संबंध स्थापित करता है। students

बल्कि यह राष्ट्र-निर्माण के प्रति हम सबकी प्रतिबद्धता का प्रतीक भी बन जाता है। इस पहल के पीछे का विचार लोगों के दिलों में देशभक्ति की भावना का आह्वान करना और अपने राष्ट्रीय ध्वज के बारे में जागरूकता को प्रोत्साहित करना है।

रात में भी फहरा सकते हैं तिरंगा

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पहले के नियम के अनुसार यह था की  तिरंगे को सुबह सूर्य उदय होने के बाद और सूर्य अस्त होने से पहले तक के लिये फहराया जाता था।

लेकिन हाल ही में इसके नियमों को बदला गया हैं और नए नियम लागू किये गए हैं। नये नियमों के अनुसार राष्ट्रीय ध्वज दिन हो या रात, फहराया जा सकता है।

क्या ध्यान रखना चाहिए ?

– ध्वज को सम्मान देते हुए ही रखा जाना चाहिए।
-जब किसी अन्य झंडे के साथ फहरा रहे हों, यह ध्यान रखना चाहिए कि तिरंगी की ऊंचाई सबसे ऊपर उठी हुई नज़र आनी चाहिए।
-झंडे को फहराते हुए केसरिया रंग हमेशा ऊपर ही रखना चाहिए, वर्टिकली फहराने पर केसरिया रंग झंडे के संदर्भ में दाहिनी तरफ होनी चाहिए। students

क्या नहीं करना चाहिए ?

-फटे हुए झंडे को कभी नहीं फहराया जाना चाहिए। ये गलत हो जाता हैं।
-राष्ट्रीय ध्वज का उपयोग किसी भी पोशाक या वर्दी या किसी पहनावे के रूप में नहीं करना चाहिए।
-राष्ट्रीय ध्वज को जमीन,फर्श, पानी पर नहीं रखा जाएगा और फहराते समय इन चीजों को स्पर्श भी नहीं करना चाहिए।
-इसका उपयोग कोई वस्तु के लपेटने के लिए भी नहीं करना चाहिए।

 

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